यूपीएससी की तैयारी कैसे करे

यूपीएससी (UPSC) सपनों का एक महल जैसा है जिसमे हर कोई रहना चाहता है लेकिन हर किसी के सपने पूरे नहीं होते है ये बात हम सभी बहुत अच्छी तरह से जानते है और बखूबी समझते भी है| हर परीक्षा का स्तर भिन्न होने के कारण उसमे मेहनत भी भिन्न प्रकार से करनी होती है| फिर वो चाहे कोई क्लर्क का एग्जाम हो या अधिकारी का, मेहनत तो करनी ही पड़ती है| मेहनत से तो बिलकुल पीछे नहीं हटा जा सकता और न ही सफलता का कोई शोर्टकट होता है| भले ही इन्टरनेट पर तमाम आर्टिकल इस बात का दावा करते है लेकिन ये बात को सत्य ही है कि बिना मेहनत के तो कोई भी परीक्षा उतीर्ण नहीं की जा सकती है |


आज इसी विषय के रूप में यूपीएससी परीक्षा के बारे में चर्चा करते है और देखते है इस परीक्षा में उतीर्ण होने के लिए आपके पास क्या – क्या क्षमता या योग्यता होनी चाहिए| मुझे उम्मीद है आर्टिकल पढने वाले सभी बंधुओं ने यूपीएससी का सिलेबस (UPSC Syllabus) का तो जायजा ले ही लिया होगा| इसलिए यहाँ सिलेबस या एग्जाम पैटर्न के बारे में बिलकुल भी नहीं बताया जाएगा उसके लिए आप अलग से आर्टिकल पढ़ सकते है जो इसी पोर्टल पर आपको मिल जाएगा |

तैयारी का पहला चरण

यूपीएससी तैयारी के लिए मन बना चुके अभियार्थियो के लिए पहले चरण के रूप में सिविल सर्विसेज एग्जाम के सिलेबस और एग्जाम पैटर्न को जानना जरूरी है| आप यूपीएससी परीक्षा का प्रारूप व पाठ्यक्रम प्रिंट लेकर अपने तैयारी वाली जगह दीवार पर लगा दे या हमेशा अपने पास रखे, क्योंकि सिलेबस एक बारे देखने से समझ में या फिर आपकी याद में नहीं रहेगा| इसके लिए परीक्षा का पाठ्यक्रम तो आपके पास ही होना चाहिए जिसे आप जब चाहे देख सके| जब आप यूपीएससी सिलेबस एंड फॉर्मेट को बार बार देखते रहेगे तो आपको यूपीएससी सिलेबस व प्रारूप गहन रूप में स्मरण हो जाएगा जिससे आपको आगे की तैयारी करने में कोई परेशानी नहीं होगी |

तैयारी का दूसरा चरण

यूपीएससी परीक्षा के दूसरे चरण में आपको बता दे कि यदि आप पहली बार तैयारी कर रहे है और पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास करना चाहते है तो आपको सिलेबस का सामान्य अध्ययन (General Studies) करना जरूरी होगा | इसके लिए आप एनसीईआरटी (NCERT) की कक्षा 6 से 12 तक की किताबो का अध्ययन करे| यदि आप सेल्फ स्टडी करना चाहते है तो जरूरी है आप इन्हें बहुत ध्यान से पढ़े तभी किसी की मदद भी ले पायेंगे| यदि आप ऑनलाइन या ऑफलाइन कोचिंग में करना चाहते है तो अपनी इच्छा अनुसार अच्छी कोचिंग ज्वाइन भी कर सकते है| लेकिन ये जरूरी नहीं है कि परीक्षा पास करने के लिए कोचिंग जरूरी है| यदि आपको अपने ऊपर विश्वास है कि आप खुद को अनुशासित कर सकते है तो आप सेल्फ स्टडी (Self Study) से भी एग्जाम पास कर सकते है |

तैयारी का तीसरा चरण

यूपीएससी परीक्षा में लिमिटेड रिसोर्स एंड मल्टीप्ल रिविजन (Limited Resource and Multiple Revision) की नीति बहुत काम आती है | इसीलिए आप जो भी पढ़ रहे है सही से पढ़े और उसके शोर्ट में नोट्स (Short Notes) भी बनाते रहे, जिससे आपको रिविजन (Revision) करने में आसनी हो | यदि आप नोट्स ही बहुत ज्यादा मात्र में या विस्तृत में बनाते है तो आप सही प्रकार से रिविजन नहीं कर पायेंगे | इस प्रकार आपके नोट्स बनाने का कुछ लाभ ही नहीं होगा| कोशिश करे कि आपके नोट्स बेहद ही शोर्ट लैंग्वेज में हो | सब्जेक्ट के नोट्स अलग बनाये और करंट अफेयर्स के नोट्स (Current Affairs Notes) अलग बनाये लेकिन एक में ना मिलाए | अगर सही प्रकार से रिविजन करना है तो नोट्स शोर्ट ही बनाये और अलग अलग बनाए |

इससे अलग प्रारंभिक परीक्षा (Prelims Exam) हो या मुख्य, आपको मोक टेस्ट (Mock Test) से अभ्यास करना नहीं भूलना है | मोक टेस्ट से ही आपको अपनी तैयारी का स्तर पता चलेगा, यदि आपने ऐसा नहीं किया है तो आप निश्चित अपनी मेहनत से ज्यादा लक पर विश्वास करते है जोकि खतरनाक तो नहीं, लेकिन अच्छी बात भी नहीं है| आपको परीक्षा अपने दम और मेहनत से पास करनी है न की भाग्यवश |

परीक्षा का चौथा चरण

यदि आपने प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली है तो अगले पड़ाव मैन्स या मुख्य परीक्षा (Mains Examination) के लिए है| इसके लिए आपको अपने ऑप्शनल विषय (Optional Subject) जो भी आपने चुनाव किया है, गहन अध्ययन करना होगा | इसके लिए आप रिफरेन्स बुक (Reference Books) का भी सहारा ले सकते है | लेकिन याद रखिये इसका मतलब यह नहीं कि मुख्य परीक्षा की तैयारी प्रारंभिक परीक्षा के बाद करे | आप इस बात से भ्रम न रहे कि प्रीलिम्स के बाद आपको मैन्स के लिए बहुत टाइम मिलने वाला है | आपको मुख्य और प्रीलिम्स की तैयारी एक ही साथ करनी होगी| प्रीलिम्स के बाद तो आपको केवल आंसर राइटिंग (Answer Writing) की जबर्दस्त अभ्यास और विषयों का रिविजन करना होगा |

कृपया इस बात को नोट करे कि आंसर राइटिंग के लिए आपको A4 पेज ही ले क्योंकि परीक्षा में आपको इसी तरह से लिखना होगा| निश्चित समय में निश्चित शब्दों का लेखन बहुत जरूरी है, इसलिए लेखन क्षमता में आपको सुधार करना होगा| मोक टेस्ट देना बिलकुल भी न भूले |

परीक्षा का पंचम चरण

यह चरण प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के बाद शुरू होता है, जी हा – हम बात कर रहे है पर्सनल इंटरव्यू या साक्षात्कार (Personal Interview) की| सिविल सेवा परीक्षा में 250 नम्बर का इंटरव्यू निर्धारित है जिसके लिए प्रीलिम्स और मैन्स परीक्षा का पास करना अनिवार्य (Compulsory) है| इसी के बाद ही, यूपीएससी मेरिट लिस्ट (Merit List) तैयार करती है और छात्रों का सिलेक्शन करती है |

इंटरव्यू के माध्यम से यूपीएससी वो जानना चाहता है जो शायद लेखन क्षमता से परे है| इसके लिए यूपीएससी आपकी प्रिसेंस ऑफ़ माइंड (Presence of mind), आपके संवाद (Communication Skill) करने का तरीका, आपकी भाषा, आपकी प्रॉब्लम सोल्व (Problem Solving) करने की क्षमता का ख़ासा टेस्ट लिया जाता है| इंटरव्यू के दौरान सब्जेक्ट एक्सपर्ट (Subject Expert) भी पैनल में होते है जोकि आपके विषय से सम्बंधित प्रश्न आपसे पूछते है और एक आभासिक परिस्थिति बनाते हुए आपसे संबधित प्रश्न पूछे जाते है जिसके लिए आपको तैयार रहना होगा|

इसके लिए आप इंटरव्यू मोक टेस्ट (Interview Mock Test) भी दे सकते है| ज्यादातर विद्यार्थी इंटरव्यू के लिए निजी कोचिंग के मोक टेस्ट ज्वाइन करते है जिससे उन्हें एक सम्बंधित अनुभव मिल सके और यूपीएससी इंटरव्यू राउंड में उन्हें कुछ अचंबा (Surprise) महसूस न हो |

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